शनिवार, 12 दिसंबर 2015

@ जरूर

@ जरूर

'' सर आपके दफ्तर में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुँच रहा है |'' पत्रकार ने अफसर से कहा |
''आपकी तकलीफ ....|''
''अगर आपने अंकुश नहीं लगाया तो हम अपने अखबार ,में छाप देंगे ...|''
'' चाप दीजिए ...जरूर छाप दीजिए ... वैसे भी मैं  इस खेत्र में अभी पदस्थ हुआ हूँ |कम से कम लोगों को मेरे स्वभाव के बारेमें पता तो चल जाएगा |अफसर ने पूरे इत्मीनान से जवाब दिया |

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