मंगलवार, 10 नवंबर 2015

बम्ब

@बम्ब
 '' क्या सडियल  बम्ब लाओ हो , आवाज है न दम | पैसे बेकार  होने का तुम्हे ज़रा भी गम नहीं |ऊपर मुस्कुरा रहे हो ''
,''तुम्हारे हाथों में आने के बाद इनकी कहाँ इतनी औकात की तुम्हारी बराबरी कर सके |''

@ क्या यही प्यार है.....

@ क्या यही प्यार है.....
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सास अपने दामाद संग  भागी –एक खबर |
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और पत्नी ?....पति की लम्बी आयु के लिए  करवा चौथ का व्रत रख रही थी |

सोमवार, 9 नवंबर 2015

@ बाजार

@ बाजार
कपड़ों के ‘’ दीवाली  धमाका ‘’में कपडे उतारने को तैयार है ,
एक मॉडल ...!
 कपड़ों के लिए तरसते लोग ही,
 दीवाली  में ,
कपडे खरीद कर लुटते हैं ,

कपड़ों के बाजार में.....|

@ प्यारा बेटू

@ प्यारा बेटू

‘’ मेरा बेटू, अब भूखा नहीं रहेगा |’’
‘’ क्या उसे पेट जुडी कोई  तकलीफ थी |’’

‘’ नहीं रे, अब बाजार में मैगी आ गई है न |

@ तुम दोनों

@ तुम दोनों

तेरा रूठना और मेरे अफसर
 का रूठना एक समान है ,

तुम दोनों वायदों केप्रेमी हो | 

रविवार, 8 नवंबर 2015

@आजकल प्यार

      @आजकल प्यार

      ‘’धीरे –धीरे मेरी जिन्दगीं में आना’’ –एक गाना
       मगर यह क्या ....आजकल लोग सुपर फास्ट ट्रेन की तरह
       जिन्दगीं में आते हैं और .....
       सुपर फ़ास्ट ट्रेन की तरह चंद दिनों बाद
       जिन्दगीं से निकल जाते हैं ....
       शेष रह जाते वो कचरे, यादें जिन्हें हमने

       प्यार के वक्त बिखेरे थे ........| 

शनिवार, 31 अक्तूबर 2015

चाँद की मांग ,धन-युग

@ चाँद की मांग

'' तुम मुझसे प्यार नहीं करते , झूठे हो ।''- प्रेमिका ''।
''किसने कहा ?''- प्रेमी ।
'' तुमने पिछले सप्ताह कहा था न , तुम कहो तो तुम्हारे चरणों में चाँद लाकर रख दूंगा । अभी तक लाए '
''तुमने लाने के लिए सहमति कहाँ दिया ''
''चलो आज देती हूँ । जाओ| लाओ ।''
'' पगली! तुम औरतों की बुद्धि न, घुटने में होती है ।''
''कैसे ?''
'' देख नहीं रही अभी कृष्ण पक्ष चल रहा है । चाँद तो दिखे , तभी तो लाऊंगा, । फिलहाल शुक्ल पक्ष तक इंतज़ार  कर…।
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@धन युग

'' धन के लिए वह अपमान सहने को तैयार हो जाता है ।''
''क्या बुरा करता है यह तो क्षणिक है '
''कैसे ?''
'' यह धन युग है जनाब , यहाँ हर हाल में सम्मान धन के ही चरण चूमता है । ''
  सुनील कुमार ''सजल''