1 ..बाबा प्रसाद
आजकल अधिकाँश बाबा लोग अपने आश्रम में दवा निर्माण शाला खोल रखें हैं |अन्य रोगों की दवा के अलावा एक दवा अवश्य ही निर्मित होती हैं उनकी शाला में -सेक्स पॉवर की |ब्रम्हचर्य ..? भाड़ में जाए..|
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2.भाई-भाई
शिक्षा कार्यालय के बड़े बाबू पिछले दिनों घूस रंगे हाथ लेते पकडे गए |कर्मचारियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी |किसी ने समझाया -'' इतना खुश मत होओं | अगला जो भी बैठेगा उनकी कुर्सी में वह भी इनकी तरह इनके कर्म का अनुकरण करेगा | इत्ता तो जानते हो | इसके पहले भी दो बाबू इनकी कुर्सी पर बैठकर घूस लेते रेंज हाथ पकडे गए हैं |''
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3.फर्क
''इंसान जानवरों से बदत्तर होता जा रहा है |''
''कैसे ?''
''जानवर खुले मैदान या कचरे पर अपने बच्चे को जन्म देने के बाद सुरक्षित जगह पर ले जाता है | मगर इंसान ...? सुरक्षित जगह में जन्म देकर कचरे के ढेर या खुले मैदान पर फेंक आता है ... ठीक कहा न ...|
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4. मूल्य
''इंसान की इंसानियत का मूल्य ..|''
'' कचरे के ढेर पर पडा नवजात शिशु .. नोचते कुत्ते |''
आजकल अधिकाँश बाबा लोग अपने आश्रम में दवा निर्माण शाला खोल रखें हैं |अन्य रोगों की दवा के अलावा एक दवा अवश्य ही निर्मित होती हैं उनकी शाला में -सेक्स पॉवर की |ब्रम्हचर्य ..? भाड़ में जाए..|
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2.भाई-भाई
शिक्षा कार्यालय के बड़े बाबू पिछले दिनों घूस रंगे हाथ लेते पकडे गए |कर्मचारियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी |किसी ने समझाया -'' इतना खुश मत होओं | अगला जो भी बैठेगा उनकी कुर्सी में वह भी इनकी तरह इनके कर्म का अनुकरण करेगा | इत्ता तो जानते हो | इसके पहले भी दो बाबू इनकी कुर्सी पर बैठकर घूस लेते रेंज हाथ पकडे गए हैं |''
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3.फर्क
''इंसान जानवरों से बदत्तर होता जा रहा है |''
''कैसे ?''
''जानवर खुले मैदान या कचरे पर अपने बच्चे को जन्म देने के बाद सुरक्षित जगह पर ले जाता है | मगर इंसान ...? सुरक्षित जगह में जन्म देकर कचरे के ढेर या खुले मैदान पर फेंक आता है ... ठीक कहा न ...|
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4. मूल्य
''इंसान की इंसानियत का मूल्य ..|''
'' कचरे के ढेर पर पडा नवजात शिशु .. नोचते कुत्ते |''
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